28 માર્ચ, 2018

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                        आइए आज हम भगवान महावीर के जन्म के बारे में कुछ बाते जानते है
 
 महावीर जन्म कल्याणक
चौबीसवें जैन तीर्थंकर, भगवान महावीर का जन्म कल्याणक
Vardhaman Keezhakuyilkudi.jpg

तीर्थंकर महावीर की प्रतिमा, मदुराई, तमिल नाडु, भारत
विवरण
अन्य नाममहावीर स्वामी जन्म कल्याणक, वर्धमान जयन्ती
तिथि
वीर निर्वाण संवतचैत्र शुकल १३
ग्रेगोरियन29 मार्च 2018
महावीर जयंती (महावीर स्वामी जन्म कल्याणक) चैत्र शुक्ल १३ को मनाया जाता है। यह पर्व जैन धर्म के २४वें तीर्थंकर महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक के उपलक्ष में मनाया जाता है। यह जैनों का सबसे प्रमुख पर्व है।
जन्म
भगवान महावीर स्वामी का जन्म ईसा से ५९९ वर्ष पूर्व कुंडग्राम (बिहार), भारत मे हुआ था। जन्म से पूर्व तीर्थंकर महावीर की माता त्रिशला ने १६ शुभ स्वप्न देखे थे जिनका फल राजा सिद्धार्थ ने इस प्रकार बताया था:-

तीर्थंकर माता द्वारा देखे जाने वाले १६ स्वप्न
स्वप्नराजा सिद्धार्थ द्वारा बतलाया गया फल।
1. स्वप्न में चार दाँतों वाला गजबालक धर्म तीर्थ का प्रवर्तन करेगा।
2. वृषभ, जिसका रंग अत्यन्त सफ़ेद थाइसका फल है की बालक धर्म गुरु होगा और सत्य धर्म का प्रचारक होगा।
3. सिंहबालक अतुल पराक्रमी होगा।
4. सिंघासन पर स्थित लक्ष्मी जिसका दो हाथी जल से अभिषेक कर रहे है।बालक का जन्म के बाद देवों द्वारा सुमेरु पर्वत पर लेजाकर अभिषेक किया जाएगा।
5. दो सुगंधित पुष्प मालाएँइस स्वप्न का फल है कि बालक यशस्वी होगा।
6. पूर्ण चन्द्रमासब जीवों को आनंद प्रदान करेगा।
7. सूर्यअंधकार का नाश करेगा।
8. दो स्वर्ण कलशनिधियों का स्वामी होगा।
8. मछलियों का युगलसुखी होगा- अनन्त सुख प्राप्त करेगा।
10. सरोवरअनेक लक्षणों से सुशोभित होगा।
11. समुद्रकेवल ज्ञान प्राप्त करेगा।
12. स्वप्न में एक स्वर्ण और मणि जडित सिंघासनबालक जगत गुरु बनेगा अर्थात जगत के सर्वोच पद को प्राप्त करेगा।।
13. देव विमानस्वर्ग से अवतीर्ण होगा।
14. नागेन्द्र का भवनबालक अवधिज्ञानी होगा।
15.चमकती हुई रत्नराशिबालक रत्नत्रय - सम्यक् दर्शन, सम्यक् ज्ञान और सम्यक् चरित्र धारण करेगा।
16. निर्धूम अग्निकर्म रूपी इन्धन को जलाने वाला होगा?
      जैन ग्रन्थों के अनुसार जन्म के बाद देवों के मुखिया, इन्द्र ने सुमेरु पर्वंत पर ले जाकर बालक का क्षीर सागर के जल से अभिषेक किया था। इसे ही जन्म कल्याणक कहते है। हर तीर्थंकर के जीवन में पंचकल्याणक मनाए जाते है. 
                            भगवान महावीर की जन्म जयंती की हार्दिक शुभकानाए